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चालक, अचालक, अर्द्धचालक

 वैद्युतिक पदार्थ:- वैद्युतिक कार्यो के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला पदार्थ वैद्युतिक पदार्थ कहलाता है ये तीन प्रकार के होते है

1.चालक(Conductors), 2.अचालक(Insulators), 3.अर्द्धचालक(Semi-Conductor)

1.चालक(Conductors):- ऐसे पदार्थ जिनमे मुक्त इलैक्ट्रॉनो की अधिकता होती है चालक पदार्थ कहलाते है जैसे- सोना, चाँदी, ताँबा, एल्युमिनियम, लोहा आदि

अच्छे चालक के गुण-धर्म-

1. चालक सस्ता तथा सरलता से उपलब्ध होना चाहिए

2. चालक तन्य होना चाहिए जिससे महीन तार भी बनाई जा सके

3. यह मजबूत होना चाहिए

4. चालक का विशिष्ट प्रतिरोध कम व चालकता अधिक होनी चाहिए

5. चालक बाहरी वातावरण के प्रति उदासीन होना चाहिए

प्रमुख चालक पदार्थ-

1. चाँदी- चाँदी की चालकता सबसा अधिक(लगभग 99%) होती है तथा विशिष्ट प्रतिरोध बहुत ही कम होता है इसलिए चाँदी सबसे अच्छा चालक होता है किन्तु कीमती होने के करण इसका उपयोग कम होता है

2. ताँबा- यह चाँदी की अपेक्षा सस्ता होता है इसकी चालकता लगभग 94% तथा विशिष्ट प्रतिरोध लगभग 1.7 माइक्रो ओह्म होता है

3. सोना- इसकी चालकता लगभग 71% तक होती है किन्तु अत्यधिक कीमती होने के करण इसका उपयोग कम होता है

4. एल्युमिनियम- यह हल्की, तन्य, जंगरोधी एवं कम विशिष्ट प्रतिरोध वाली वस्तु है इसकी चालकता लगभग 60% होती है

2.अचालक(Insulators):- वे पदार्थ जिनमे मुक्त इलैक्ट्रॉनो की संख्या नगण्य होती है अचालक कहलाते है सामान्य परिस्थिती में अचालक धातुओं में कोई विद्युत् धारा का प्रवाह नही होता है कुछ प्रमुख अचालक पदार्थ जैसे- अभ्रक, काँच, एस्बेस्टस, बैकेलाईट, पी. वी. सी. इत्यादि

अच्छे अचालक के गुण-

1. अचालक की डाई-इलेक्ट्रिक स्ट्रेन्थ का मान उच्च होना चाहिए

2. अचालक का विशिष्ट प्रतिरोध 1012 ओह्म सेमी० से उच्च होना चाहिए

3. अचालक पदार्थ ऊष्मा को विकिरित करने में सक्षम होना चाहिए जिससे कार्य करते समय तापमान बढ़ने पर उसकी चालकता समाप्त न हो जाय

4. अचालक सस्ता व सुलभ होना चाहिए

5. अचालक मजबूत होना चाहिए यह नमी व जल से प्रभावित नही होना चाहिए

6. अचालक को किसी भी आकर में ढलने का गुण होना चाहिए तथा यह तन्य भी होना चाहिए जिससे इसको कोई भी रूप दिया जा सके

प्रमुख अचालक पदार्थ-

1. शुष्क हवा- यह सबसे अच्छा अचालक है किन्तु नमी से इसकी चालकता प्रभावित होती है

2. वल्कैनाइज्ड रबर- इसका उपयोग बिभिन्न प्रकार के तारों एवं केबल्स में आवरण के रूप में किया जाता है

3. पी०वी०सी०- यह भी एक अच्छा अचालक है वल्कैनाइज्ड रबर की अपेक्षा अधिक टिकाऊ होता है वर्तमान समय में इसी का अधिक उपयोग किया जाता है

3.अर्द्धचालक(Semi-Conductors):-चालक तथा अचालक के बीच के गुणधर्म वाले पदार्थ अर्धचालक पदार्थ कहलाते है

 


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